मणिकांत दास: हमारे देश में हमेशा से नौकरी को ऊंचा दर्जा दिया जाता है | खासकर जो लोग गांव कस्बे से होते हैं वहां पर नौकरियों की काफी ज्यादा मान्य होता है | लेकिन आज के समय में एक ऐसी इंसान है जिन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर बैंक से लोन लिया और आज लाखों में कमा रहे हैं | जी हां दोस्तों उनका नाम है मणिकांत दास, इन्होंने अपनी नौकरी इसलिए छोड़ दी क्योंकि उनका जीवन यापन उस पैसे में नहीं हो पा रही थी | इसलिए उन्होंने बैंक से लोन लेकर अगरबत्ती बनाने का काम शुरू किया | इस ब्लॉग में हम आपको उन्हीं के जीवन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बातों को बताने वाले हैं |
मणिकांत दास कौन है ?
मणिकांत दास बांका जिला के निवासी हैं | उनका घर बांका जिला के विजयनगर मोहल्ले में स्थित है | मणिकांत दास ने सबसे पहले स्टेट डेवलपमेंट वर्क के योजना में काम करते थे | लेकिन इस नौकरी में उनका घर यापन होना संभव नहीं हो रहा था | इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ने का निर्णय लिया और काम धंधे के लाइन से जोड़ना सही समझा | अगरबत्ती बनाने का आईडिया यूट्यूब से मिला |
जहां पर उन्होंने देखा कि कैसे अगरबत्ती बनाया जाता है | लेकिन बड़ी मात्रा में अगरबत्ती बनाने के लिए बड़ी मशीन की जरूरत पड़ती है | लेकिन उनके पास उसे मशीन को खरीदने के लिए पैसे नहीं थे | बाद में उसे पता चला कि सरकार उद्योग लगाने के लिए लोगों को लोन देती है | फिर उन्होंने अगरबत्ती बनाने की ट्रेनिंग ली और अगरबत्ती बनाना शुरू कर दिया इसमें उसकी काफी सफलता मिली | जिससे उनके घर का स्थिति भी सही हुआ |
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मणिकांत दास: नौकरी छोर कर लोन लेकर किया बिजनेस, कमाई 10 लाख से भी ज्यादा
जैसा कि हमने पढ़ा कैसे मणिकांत दास ने अपनी नौकरी छोड़कर अगरबत्ती बनाने का काम शुरू किया और उसने उन्हें अपार सफलता मिली | एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह अब साल का 10 लाख से भी ज्यादा की कमाई कर रहे हैं | जिससे उनके पारिवारिक स्थिति काफी अच्छी हुई है | उन्होंने बैंक से 10 लाख तक का लोन लिया और चार ऑटोमेटिक और मिक्सर मशीन की खरीदा | जिससे उन्हें ज्यादा से ज्यादा अगरबत्ती बनाने में मदद मिली |
उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वह अगरबत्ती बनाने के लिए रो मटेरियल कोलकाता शहर से मांगते हैं | जिसमें काली भूसी, पाउडर से लेकर पतली स्टिक भी शामिल है | उन्होंने कहा 1 किलो अगरबत्ती बनाने में 65 रूपए खर्च लगता है जिसे वह 75 रुपए प्रति किलो के हिस्साब से बेचती है |
Conclusion
वैसे तो मणिकांत दास बड़ा नाम नहीं है लेकिन उनके कठिन परिश्रम और लगन को देखते हुए लग रहा है कि वह जल्द ही एक अच्छा मुकाम हासिल कर लेंगे | आज के समय में जहां पर लोगों को 20 से 25000 की नौकरी लेना मुश्किल हो जाता है | वहां वह 10 लख रुपए प्रतिवर्ष कमाते हैं | हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपनी नौकरी छोड़कर बिजनेस के लाइन में आते हैं और सफलता पाते हैं | मणिकांत दास एक ऐसा ही नाम है जो बिजनेस के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं |