NSE Cut Transaction Charges: सस्ता हुआ शेयर खरीदना और बेचना, कुछ रिपोर्ट के अनुसार NSE को लगभग 130 करोड़ तक का घटा हो सकता है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में एक बड़ा फैसला लिया है | जिसमें इक्विटी कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट पर ट्रांजैक्शन पर 1% तक का कटौती किया जाएगा | इससे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शेयर खरीदना और बेचना सस्ता होगा | जो लोग नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग करते हैं उनके लिए यह खुशखबरी की बात है | यह फैसला स्टॉक एक्सचेंज के बोर्ड मीटिंग में लिया गया है जो सोमवार को हुआ था | इसमें कहा गया मंगलवार से इक्विटी कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट ट्रांजैक्शन करने पर 1% तक का कटौती किया जाएगा |
यह नियम 1 अप्रैल 2024 से लागू कर दिया जाएगा | इस नियम के आते ही मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के कर में 6% तक का कटौती देखने को मिल रहा है | अब देखना यह है कि क्या बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भी इस तरह का फैसला लेते हैं या नहीं ?
NSE Cut Transaction Charges: सस्ता हुआ शेयर खरीदना और बेचना, NSE ने लिया यह बड़ा फैसला
सोमवार को नेशनल इसके साथ ही एनएससी ने टेक्नोलॉजी और एजुकेशन समेत नॉन-बिजनेस से एग्जिट करने का भी फैसला लिया है | जिसमें 60 पार्टियों ने सहमति दिखाई है | फिलहाल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इस तरह के ट्रांजैक्शन करने पर 0.00325 फीसदी चार्ज लग रहे हैं | कोई बात करें BSE की तो 0.00375 फीसदी चार्ज ले रहे है |
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कि इस फैसले से ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ेगी | लोग ज्यादा से ज्यादा NSE से में निवेश करना चाहेंगे | विदेशी निवेशों को काफी संख्या बढ़ाने का अनुमान है | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के इस फैसले से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को काफी घाटे का सामना करना पड़ा है | बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के शेयरों में 6% तक का गिरावट देखने को मिला है |
NSE को इस नियम से कितना घटा होगा
NSE के इस फैसले से उन्हें कुछ दिनों तक घाटे का सामना करना होगा | कुछ रिपोर्ट के अनुसार NSE को लगभग 130 करोड़ तक का घटा हो सकता है | इसके अलावा NSE टेक्नोलॉजी और एजुकेशन नॉन बिजनेस से बाहर होने का फैसला भी लिया है | जिसका असर भी उनके प्रॉफिट पर देखने को मिल सकता है |
Conclusion
इस ब्लॉग में हमने देखा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा इक्विटी कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट में हुई कटौती से जुड़ी कुछ जानकारियां | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निवेशको के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी की बात है क्योंकि यहाँ पर शेयर खरीदना और बेचना सस्ता हो जाएगा | हालांकि उन्हें इस फैसले का खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है | लेकिन इस फैसले से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ेगी |
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में निवेशको की संख्या बढ़ने वाली है | मुंबई स्टॉक एक्सचेंज को इस फैसले से काफी चुनौती मिल रही है | क्योंकि इस फैसले के आते ही उनके शेयरों में 6% तक का गिरावट देखने को मिल रहा है | अब देखना यह है मुंबई स्टॉक एक्सचेंज इस चैलेंज को कैसे लेते हैं ? यदि आपको यह ब्लॉक अच्छा लगा हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं |